सहरसा जिले में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) को और बेहतर तरीके से लागू करने के लिए 15 जुलाई 2025 से 31 जुलाई 2025 तक एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य है कि जिले की सभी पात्र गर्भवती महिलाओं तक योजना का लाभ पहुँचाया जा सके और कोई भी महिला इस सहायता से वंचित न रह जाए।
अभियान का उद्देश्य और अवधि
यह विशेष अभियान 15 जुलाई से शुरू होकर 31 जुलाई तक चलेगा। इसका मुख्य लक्ष्य है कि पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को समय पर योजना के लाभ मिलें। इसके साथ ही, जिन महिलाओं की दूसरी संतान बेटी है, उन्हें भी योजना के तहत विशेष आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस पहल के माध्यम से सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य और नवजात बच्चों की देखभाल को लेकर जागरूकता बढ़ाना चाहती है।
योजना के लाभ और राशि
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, ताकि वे गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण, स्वास्थ्य जांच और देखभाल पर ध्यान दे सकें।
- पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को योजना के तहत 5,000 रुपये की राशि दी जाती है, जो दो किस्तों में मिलती है – पहली किश्त गर्भावस्था के दौरान और दूसरी बच्चे के जन्म के बाद।
- अगर दूसरी संतान कन्या होती है, तो सरकार की ओर से 6,000 रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान की जाती है।
इस योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
जागरूकता और पंजीकरण की प्रक्रिया
अभियान के तहत सहरसा जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। आंगनवाड़ी सेविकाएं, आशा कार्यकर्ता और सुपरवाइजर घर-घर जाकर महिलाओं को योजना की जानकारी दे रही हैं।
- जो महिलाएं योजना के लिए योग्य हैं, उनके दस्तावेज जाँचे और सुधारे जा रहे हैं।
- स्थानीय स्तर पर पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे महिलाएं अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर सीधे आवेदन कर सकें।
- पूरे जिले में पोस्टर, पम्पलेट और माइक से घोषणाओं के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
प्रमुख क्षेत्रों में अभियान की क्रियान्वयन
इस अभियान को सहरसा जिले के सभी प्रखंडों – जैसे सहरसा सदर, सौरबाजार, महिषी, बनगांव, सिमरी बख्तियारपुर, पतरघट, नवहट्टा और सोनवर्षा राज में चलाया जा रहा है। सभी प्रखंडों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।
पात्रता और लाभ सुनिश्चित करना
इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र महिला इस योजना से वंचित न रहे। इसके साथ ही महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सही खान-पान, समय पर स्वास्थ्य जांच और सुरक्षित प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने महिलाओं से अपील की है कि वे अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र जाकर पंजीकरण कराएं और योजना का पूरा लाभ लें।